हरी भरी बसुंधरा नीला आसमाँ है जहां
गीता, रामायण , कुरान, गुरुग्रंथ है जहां
हरी भरी धरती लाज है हिंदुस्तान की........
कौरवों की मन मानी चलने न पाए यहां।।
ईर्ष्या द्वेष से संक्रमित आज की राजनीति
कोविड महामारी में नेता करने लगे विरोध नीति
दुष्प्रचार का झंडा घुमा रहे हैं देश विदेश
ग्रसित सत्ता रोग से पीड़ित विपक्षी हस्तियां
इनके लिए होनी चाहिये नई फड़कती दवाइयाँ।
कोविड विपदा दूर होगी रक्खो विश्वास सभी
हिम्मत हौसला विश्वास,बढाओ अपनों में सभी
एक, अकेला थक जाएगा मिल चलना होगा
मातृभूमि की मिट्टी से तुमको वादा करना होगा
सर्वोपरि राष्ट्र हित,देना होगा देशवासियों साथ।
आज नही तो कभी नही आएगा ये मौका हाथ।
उर्मिला सिंह
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समयानुकूल रचना।
ReplyDeleteसटीक दी! आज का खाका खींचती सुंदर प्रस्तुति।
ReplyDeleteसुन्दर रचना !
ReplyDeleteबहुत ही उम्दा और सटीक रचना!
ReplyDeleteहमारे ब्लॉग पर भी आइएगा आपका स्वागत है🙏🙏
लाजबाव कृति
ReplyDeleteबहुत सुंदर
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