हे वीणा वादनी हे ज्ञान दायनी
हे हँसवाहनी हे मात शारदे
निर्मल पावन जीवन कर दे!
है वीणा वादनी वर दे...वर दे...!
है दयामयी है , मातु सरस्वती
है जगद वयापिनी,हेआदिशक्ति
है मात शारदे!अन्तर्मन ज्योतिर्मय कर दे!
है वीणा वादनी वर दे....वर दे....!
है अभयदायनी, स्फ़टिकमाल धारणी
है स्वेतवस्त्र धारणी है मात भवानी
साहस ,सयंम, उल्लसित जीवन कर दे
सदा विराजे मम उर,चाह यही पूरी कर दे!
पूजन अर्चन जानू ना माँ जानू ना धर्म कर्म
चरणों में रख जीवन पावन कर माँ
वाणी में रस, कलम में ज्ञान भर दे माँ
हे वीणा वादनी वर दे.....वर दे......!
हे हंसवाहिनी वर दे.......वर दे.......!
🌷उर्मिला सिंह
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