जान वतन, अभिमान वतन ,जीने की चाह वतन है!
हर दिल में गूँज रहा सबसे प्यारा हिन्दोस्तान वतन है !
माँ भारती की सुन कर पुकार
जवानों के चल पड़ते कदम
तूफान राहें रोक सकती नही
पत्थरो - पर्वतों में कहाँ है दम !!
जान हथेली पर रख चल पडते वतन केमतवाले !हरदिल में गूँज रहा सबसे प्यारा हिंदुस्तान वतन है!
डर नही था जिन्हें बम- तलवार से,
वतन का दर्द भरा था दिलो,दिमाग में ,
कर गये निछावर जान वतन पर
कण कण में नाम रहेगा सदियों तक!!
वतन की मिट्टी का लगा टीका उनके भाल पर है! हर दिल में गूँज रहा सबसे प्यारा हिदुस्तान वतन है!
चमक फीकी पड़ी गई सूर्य की भी,
देख रक्तरंजित शरीर शहीद के,
धरा के अश्रु पूरित नयन गर्व से भर उठे,
तिरंगे ने आग़ोश में लिया लाल कोअपने!!
धन्य हैं जवान, हाथ में तिरंगा,अधरो पे जयकार है !
हर दिल में गूँज रहा सबसे प्यारा वतन हिदुस्तान है !
उनके जीवन में भी बहारें थी पर,
सपने आजाद देश की साँसे थी,
अग्निपथ वरण किया उन वीरों ने,
अमर होगये भारत के इतिहास में!!
उनके बलिदानों से भरी भारत की विजय दास्ताँ है!
हर दिल में गूँज रहा सबसे प्यारा वतन हिंदुस्तान है!
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🌷उर्मिला सिंह
उनके जीवन में भी बहारें थी पर,
ReplyDeleteसपने आजाद देश की साँसे थी,
अग्निपथ वरण किया उन वीरों ने,
अमर होगये भारत के इतिहास में!!!!!!!!!!!
आदरणीय उर्मिला जी -- भारत माँ के जाबांज बेटों की वीर गाथा बहुत अनुपम बन पडी है | वीररस से ओत प्रोत काव्य में आपका लेखन बहुत प्रभावी है | इस रचना के लिए हार्दिक बधाई और स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें |
धन्य वाद जी बाधाई सभी को
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