जब से तन्हाइयों में जीने का सलीका आगया , तब से खुद को पहचानने का तरीका आगया!!
खामोश लबों की भी अपनी कहानी होती है जिन्दगी जीने कि येअदा भी निराली होती है! 🌹🌹🌹🌹 🌷ऊर्मिला सिंह
बेहतरीन रूमानी
हार्दिक धन्यवाद भाष्कर जी
धन्यवाद
बेहतरीन रूमानी
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद भाष्कर जी
ReplyDeleteधन्यवाद
ReplyDeleteधन्यवाद
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