तै कुछ नही जिन्दगी
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तैय कुछ नही जिंदगी प्यार की बाते करें ,
नजारों बहारों फूलों की बातें करें !
आंखों में सपने सुहाने लिये चल पड़ें
मुक्कमल सफर लौटने की न बातें करें !
उमंग से भरे उम्र की सीढ़ियां चढ़ते रहें !
बाहों में आकाश ,चाहत यही करते रहे !
इधर की ,उधर की बाते न कर मितवा मेरे,
प्रीत के गीत साँस की ताल पे सुनते रहे ,
पलों के फूल वक्त की शाख पर रखते रहें ,
हम गुजरे जिधर से राहें मुस्कुराने लगे !
प्यार की मय ऐसी पीलादे हमे साथिया ,
झूम कर चले सुरूर उसका न उतरे कभी !
आज जी भर जियें वक्त भी रश्क करता रहे ,
रातरानी सा प्यार दिल में महकता रहे
भूल जायें दुनियाँ के रंजो गम पल दो पल
ओस में घुली.. प्रेम की डली...आंखों से...पीते रहें !
तैय कुछ नही जिन्दगी प्यार की बातें करें
नजरों बहारों फूलों की बातें करें ......
#उर्मिल
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