नमन.....
स्पेशल चाय का नुस्का-----
सच के भगौने में विवेक का पानी रख कर उसमें श्रद्धा व विश्वास की चाय आदर एवम उत्साह से गर्म करें, विचारों की चमच्च से संतुष्ठी की मिठास, धैर्य के प्याले में डाल कर मिलायें अधरों पर प्यार की मुस्कान बिखेरते हुवे आभार के साथ पिलाएं।
प्रयोग करके देखिये।
🌷 उर्मिला सिंह
वाह दी बहुत सुंदर पंक्तियां 👌
ReplyDeleteवाह!!बहुत खूब!
ReplyDeleteव्वाहहहह...
ReplyDeleteबेहतरीन रेसिपी...
सादर..
वाह्ह्ह दी बहुत लज्जतदार चाय बनी पीने वाले सदा अपने बन गये।
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद यशोदा जी बस मन में आया ऐसी भी चाय पेश की जाय सभी को।पसन्द आने के लिए हार्दिक धन्य वाद।
ReplyDeleteस्नेहिल धन्यवाद प्रिय कुसुम।
ReplyDeleteशुभा जी शुक्रिया आपका।
ReplyDeleteप्रिय अनुराधा बहुत बहुत धन्यवाद
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ReplyDeleteजी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना 3 जुलाई 2019 के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
आभार आपका पम्मी जी इस रचना को पांच लिंको के आनन्द में सम्मलित करने के लिए।पुनः धन्यवाद
ReplyDeleteकमाल की रेसिपी ।
ReplyDeleteधन्यवाद जी
ReplyDeleteवाह!!!
ReplyDeleteलाजवाब...
धन्यवाद सुधा जी
ReplyDeleteबहुत सुन्दर, कोमल एहसास
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