Monday 16 March 2020

छोटी - छोटी बातें जब बन जाती यादें.....

छोटी _छोटी  बातें  बन जाती जब यादें
शबनमी बूँदी बन पन्नों पर बिखरती यादें!

नीले नीले अम्बर, तारों की छाँओं में तब--
लुका छुपी दिल में खेला करती मधुरिम यादें!

सुख- दुख के मधुमय धूप - छाँह में
पलकों के चिलमन में नृत्य किया करती यादें!

उन यादों की मीठी मीठी कितनी अभिलाषाएं
जीवन प्रांगण को चुप चाप चकित सुरभित करती यादें!

सागर की लहरों सी कलोल करती उर में
आहिस्ता-आहिस्ता जीवन तट से टकरा ओझल होती यादें! 
                        *****0*****
                         उर्मिला सिंह.

5 comments:


  1. बहुत खूब... ,सुंदर सृजन ,सादर नमन

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  2. हार्दिक धन्य वाद अनिता सैनी जी हमारी रचना को शामिल करने के लिए.

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  3. बहुत बढ़िया

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  4. वाह!!!
    बहुत सुन्दर।

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