Tuesday, 26 December 2023

कुछ मन के भाव....

ज़ख्म से जब जख्म की आंखे मिली

दिल के टुकड़े हुवे जख्म मुस्कुराए.....।


जख्म ने  हंस कर जख्म से पूछा.....

कहो कैसे गुजरे दिन अश्कों के समंदर में...।


अतीत के अंचल के साए में रात गुजरी

दिन की न पूछ यार मेरे की कैसे गुजरी।।




        उर्मिला सिंह

5 comments:

  1. अतीत के अंचल के साए में रात गुजरी
    दिन की न पूछ यार मेरे की कैसे गुजरी।
    मरहब्बा
    आभार
    सादर

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