Saturday, 17 July 2021

सावनी कजरी....

सखि री सावन आयो द्वार...
सखि  री सावन आयो द्वार...
 ताल तलैया छलकन लागे,
 अरेरामा!लहरन लागे धान.......
सखि री सावन आयो द्वार. .   ।।
 
झिमिर झिमिर बदरा बरसे 
तृषित धरा के मस्तक चूमे
पातन बुंदिया मोती बन चमके
अरे रामा!शीतल.... बहत बयार....।।

सखि री सावन आयो द्वार... 


बन उपवन हरिताभ छाए 
शाख शाख लिपट मुस्काये
नाचत मोर पंख फैलाये
पपीहा पीहू पीहू छेड़े तान
सखि री सावन आयो द्वार.... ।।


गलियन गलियन कजरी गूंजत
मिलजुल सखियां  झूला झूलत
कंगना खनकत...,कुंतल बिखरत
पिया की याद बिजुरी सम कौंधत
सखि री सावन आयो द्वार....।।

बैरिन भई कारी बदरिया.....
बौराइल रात अन्हरिया.....
लाख संभालूं धानी अंचरवा
 पुरवइया निगोडी उड़ा लेई जाय.....।।
 
सखि री सावन आयो द्वार..   

     उर्मिला सिंह






 
 
 


     



     
    



 

    
 
    
    
    
   
    
 
 



21 comments:

  1. बहुत बहुत मधुर| सुन्दर गीत|शुभ कामनाएं |

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  2. नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (19-07-2021 ) को 'हैप्पी एंडिंग' (चर्चा अंक- 4130) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। रात्रि 12:01 AM के बाद प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी।

    चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें।

    यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके।

    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।

    #रवीन्द्र_सिंह_यादव

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    1. हार्दिक धन्यवाद रविन्द्र जी हमारी रचना को शामिल करने के लिए।

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  3. बहुत ही सुंदर और मधुर गीत!

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    1. हार्दिक धन्यवाद मनीषा जी।

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  4. बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।

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  5. सुंदर गीत

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    1. हृदय से आभारी हूँ अनिता जी।

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  6. मधुरम् मधुरम् !

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    1. सराहना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।

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  7. बहुत सुंदर .....बचपन के झूले याद आ गए ।

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    1. शुक्रिया संगीता स्वरूप जी।

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  8. बेहतरीन रचना आदरणीया दी।

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    1. स्नेहिल धन्यवाद प्रिय अनुराधा जी।

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  9. Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद संदीप जी।

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  10. सुंदर मन भावन कजरी।

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    1. हार्दिक धन्यवाद जिज्ञासा जी।

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  11. वाह!बहुत सुंदर सृजन दी 👌

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    1. सराहना के लिये ह्रदय से आभार अनिता जी।

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