मन की बाते.. शब्दों के सहारे......
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राजनीति में कोई किसी का दोस्त नही होता है
हर किसी में अहंकार का तूफ़ान मचलता है
ये खेल राजनीति का चल रहा सदियों से......
पूज्य हैं जो,उनका गालियों से सम्मान होता है।।
कर दिया दफ़न ज़मीर को नेता बन गये
प्रवचन देने लगे साधू फ़कीर महात्मा बन गये
चुनाव आते ही नेता जनता के इर्द- गिर्द घूमते
राष्ट्रभक्ति का राग गुंडे भी अलापने लग गये।।
सब्र बड़े सवाब का काम होता,हर पश्न का ज़वाब होता ,
हर काम का अन्दाज लगता,पर सब्र के सवाब का अंदाज नही होता ,
सब्र करने वालों पर प्रभु की रहमत बरसती....
सब्र श्रद्धा,भक्ति जीवन का मूल मंत्र होता है।।
सत्य ईश्वर से परिचित कराता ,सत्य जीवन को
खुशियों से भरता
सत्य शान्ति का पाठ पढ़ाये,सत्य वक्त का मरहम होता है।
सत्य पर अडिग रहो सत्य ही सही राह दिखाता
सत्य को भूलो नही सत्य ही ईश्वर सत्य ही ईमान होता।।
उर्मिला सिंह।
सादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (28-9-21) को "आसमाँ चूम लेंगे हम"(चर्चा अंक 4201) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
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कामिनी सिन्हा
बहुत बहुत धन्यवाद कामनी जी हमारी रचना को ,चर्चा अंक में रखने के लिए।
Deleteजी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना मंगलवार २८ सितंबर २०२१ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
स्वेता सिन्हा जी आभार आपका हमारी रचना को साझा करने के लिये।क्लिक
Deleteबहुत शानदार
ReplyDeleteआभार आपका हरीश कुमार जी ।
Deleteसुन्दर सृजन
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद मान्यवर आपका।
Deleteगहनतम लेखन।
ReplyDeleteशुक्रिया संदीप जी बहुत बहुत धन्यवाद।
Deleteसत्य ईश्वर से परिचित कराता ,सत्य जीवन को
ReplyDeleteखुशियों से भरता
सत्य शान्ति का पाठ पढ़ाये,सत्य वक्त का मरहम होता है।
सत्य पर अडिग रहो सत्य ही सही राह दिखाता
सत्य को भूलो नही सत्य ही ईश्वर सत्य ही ईमान होता
बहुत सटीक... सत्य का बोध कराती लाजवाब कृति।
वाह!!!
हार्दिक धन्यवाद सुधा जी आपकी शुभकामनाएं मिलती रहें।
Deleteसकारात्मक भावों को बढ़ाती सुंदर रचना ।
ReplyDeleteजिज्ञासा सिंह जी आप सभी के कमेंट से ही प्रेणना मिलती है कुछ लिखने की।
Deleteवाह!बहुत खूब दी 👌
ReplyDeleteसादर
प्रिय बहन अनिता स्नेहिल धन्यवाद आप सबी की शुभ कामनाएं मिलती रहें धन्यवाद।
Deleteबहुत सुन्दर सृजन
ReplyDeleteआभार मनोज जी।
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