ओ बदनसीबो देश को नफ़रत की ज्वाला में मत झोंकों
है ये वतन तुम्हारा ग़र, तो मज़हबी बाणों से मत कोंचों
अनेकों बलिदानों की नीव पर लहरा रहा तिरंगा प्यारा
जयचंदों को अंजाम तक पहुंचाएगा नया भारत हमारा!!
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उर्मिला सिंह
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