किसने सोचा था विपक्ष सड़कों पर उतर आएगा
सत्ता के मोहपाश में बँध कर दुर्योधन बन जाएगा
एक तरफ खड़ा है अर्जुन संकल्पों का तीर लिये
दूजे तरफ खड़ा है दुर्योधन कुर्सी की चाह लिए !!
भ्रष्टाचारियों ने हाथ मिला,झूठ का जाल बिछाया है
देश को टुकड़ों में करने का भ्रम जाल फैलाया है आव्हान है मात भारती का मिलकर राष्ट्र बचाने का
ढूंढ निकालो उन गद्दारों को जिसने ये आग लगाया है!!
विद्यालय ज्ञान का मन्दिर है विपक्ष ने उसे ब्रह्मास्त्र बनाया भोली भाली जनता को, झूठ बता भ्रम का आतंक फैलाया
पर सत्य भला कब छुपने वाला गद्दारों का मुँह होगा काला
हिंद के सपूतों होश में आओ पुकार रहा तुम्हें,लहू शहीदों का मतवाला!
अब न चलेंगी दुश्मन चालें तेरी, जनता जान गई सब
पुकार रहीं माँ भारती फ़िर अपने वीर जवानो कोअब
सिंहनाद कर आगे आओ समय पुकार रहा तुम सब को
सत्य अहिंसा का परचम फिर से लहराना है तुम सब को
अब न बटेगी रेवड़ी अंधों के हाथों सावधान युवाओं होना
अब न वंशवाद चलेगा नहीं चलेगी देश में उनकी माया
बहुत दिनों तक दूध मलाई खाए जो, होगा उनको पछताना
सारी चालें विफल होंगी शर्मिन्दगी का बोझ उठायेगी काया
अमर रहेगा भारत माँ का गौरव इतिहास नया लिख जाना!
🌷उर्मिला सिंह
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