बिखरे मोती......
बिखरे मोती.......
अंधेरे को रोशनी में नफ़रत को प्यार में ढाल कर तो देखो;
क्रोध में शीतलता ,भक्ति से ज्ञान जरा अर्जित
करके तो देखो;
दृढ़ता और शालीनता के बृक्ष की छाओं में
बैठ कर तो देखो;
सफलता कदमो को चूमेंगी धैर्य की चादर पलभर ओढ़ कर तो देखो;
वाणी में मधुरता चेहरे पर खुशमिजाजी का
भाव लाकर तो देखो;
जिन्दगी कभी दूसरों के लिये अर्पित कर के तो देखो ;
अभिमान को त्याग, कभी झुक कर ह्रदय में सकूँन। खोजो;
जिन्दगी का मोती जिंदगी के सागर में ढूढ कर तो देखो।
#उर्मिल
वाणी में मधुरता चेहरे पर खुशमिजाजी का
ReplyDeleteभाव लाकर तो देखो;
जिन्दगी कभी दूसरों के लिये अर्पित कर के तो देखो..
समर्पण भाव लिए बेहतरीन सृजन आदरणीय दी .
स्नेहिल धन्यवाद प्रिय अनीता सैनी जी।
Deleteअभिमान को त्याग, कभी झुक कर ह्रदय में सकूँन। खोजो;
ReplyDeleteजिन्दगी का मोती जिंदगी के सागर में ढूढ कर तो देखो।
बहुत ही सुंदर सोच और बेहतरीन सृजन ,सादर नमन आपको
हार्दिक धन्यवाद कामनी जी।
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