Sunday, 31 May 2020

रात के निमंत्रण पर....

रात के निमन्त्रण पर
तारे छा गए अम्बर पर
चाँद  भी रुक न  पाया
जब चाँदनी ने ......
आकर जाम छलकाया।।

इश्क की दस्तक हुई
पवन ने मीठी सुर छेड़ी
 रात मुस्कुरा उठी......
 दिलों में हलचल हुई...
 ख़ामोश आंखे मदहोश सी....
 रात की दहलीज पर....
 दो फूल घायल.....
 निः शब्द ......
   ***0***
   उर्मिला सिंह
 
     
            

14 comments:

  1. साहित्य में सराबोर....
    श्रृंगार युक्त...
    खूबसूरत रचना....
    मंगलमय सुप्रभात...💐💐

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  2. प्यार का आमंत्रण सुखद हवा लेकर आती है
    बहुत अच्छी प्रस्तुति

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  3. हार्दिक धन्यवाद कविता रावत जी।

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  4. नमस्ते,

    आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में मंगलवार 02 जून 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    1. नमस्ते रविन्द्र सिंह जी, मेरी रचना को साझा करने के लिए हार्दिक धन्यवाद।

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  5. बहुत ही सुन्दर रचना

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    1. शुक्रिया अभिलाषा जी।

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  6. शुक्रिया विभा जी।

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  7. सुंदर अभिव्यक्ति

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    1. धन्यवाद प्रिय अनुराधा चौहान जी।

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