Sunday, 23 June 2019

उजाला जीवन में तभी आएगा जब इंसानियत का उजाला दिल में जल जाएगा!

उजाला....

कुछ खोकर ,कुछ पाकर देख
गैरों की अपना बना कर देख
तेरा दिल भी खिल जाएगा
किसी पावं के कांटे निकाल कर देख
अंधेरो को मत कोस,हाथ न कुछ आएगा
मन का दिया जला कर देख
एक नया उजाला तुझको दिख जाएगा!!

              
               🌷उर्मिला सिंह

9 comments:

  1. बहुत सुंदर प्रस्तुति दी

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  2. वाह,बहुत खूब

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  3. बहुत बहुत धन्यवाद आपका ओंकार जी

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  4. हार्दिक आभार आपका मिश्रा जी "ब्लॉग बुलेटिन" में मेरी रचना को शामिल करने के लिये।पुनः धन्यवाद

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  5. स्नेहिल धन्यवाद अनुराधा

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  6. कर भला तो हो भला...
    निर्दोष भाव की कविता!

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    1. हार्दिक धन्यवाद वाणी गीत जी।

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  7. Replies
    1. हार्दिक धन्यवाद आपको विकास नैनवाल जी।

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