Thursday, 5 December 2019

प्याज रानी...

इतराती फिर रहीं सब्जियों की महारानी प्याज रानी 
भाव न पूछो इनके शतक लगा रहीं प्याज महारानी 
सलाद सर पकड़ कर बैठा, रो रहे टमाटर गाजर की यारी 
सिर पकड़े हम भी बैठे स्वाद विहीन हुई सब्ज़ी सारी! 
.                       *****0*****
                          उर्मिला सिंह 


    

7 comments:

  1. वाह !वाह !क्या ख़ूब कहा आदरणीया दी जी
    सादर

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    1. स्नेहिल धन्य वाद प्रिय अनिता जी

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  2. प्याज रानी रच रही अपनी कहानी..
    छक्के पे छक्का मार बन गई अभिमानी..

    वाह क्या खूब मौजूदा समय को देखते हुए
    अच्छी हास्यप्रद रचना...
    वाह वाह क्या बात है....

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  3. सचमुच प्याज की महंगाई ने आँसू निकलवा दिया है। सुंदर व्यंग प्याज के संदर्भ में 👌👌👌सादर शुभकामनायें उर्मिला जी 🙏🙏🙏

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  4. वाह सचमुच प्याज ने महारानी बनकर अपने दाम बड़ा दिए हैं

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    1. हार्दिक धन्य वाद इस रचना को पसन्द करने के लिए

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