सजी है अयोध्या आज , राजा राम आएंगे...
हजारों दीप जगमगाएंगे , राजा राम आएंगे !
अयोध्या के कण - कण में राम बसते हैं...
ह्रदय में सिया राम करुना निधान बसतें है !
पर्ण कुटी के बनवासी,सिंहासन पर सुशोभित होंगे..
सिया राम की जय कार से,आनन्दित नर नारी होंगे !!
हजारों दीप जगमगायेंगे , राजा राम आएंगे...
बन-बागों में बसन्त बिगरे,झालर बन पुष्प बिहसेगे ..
आस्थाओं की इटों से , शिलान्यास का पूजन करेंगे !
कार सेवकों के उत्सर्ग की गाथाएं ,हर ईंट सुनाएगा.
जीवन मुल्यों का समावेश कर राम राज्य आएगा।।
हजारों दीप जगमगाएंगे , राजा राम आएंगे......
मर्यादा की बुनियाद ,विश्वासों की सीमेंट लगेगी..
राम नाम की महिमा का पत्थर-पत्थर उद्घोष करेगें!
शिल्पकारों की कारीगरी हमारी संस्कृति उकेरेगे...
विश्व को मर्यादापुरुषोत्तम की अतुल गाथा बताएंगे!!
हजारों दीप जगमगाएंगे , राजा राम आएंगे....
सरयू का यह नीर नहीं , भावों का उद्गम सागर है..
झूमती हर्षित,सरयू की लहरे,श्री राम आगमन है!
वर्षो की तपस्या साकार हुई, आज श्रीराम आएंगे....
सिया लखन समेत रघुनन्दन,नैन निहारी अघाएँगे
हजारो दीप जगमगाएंगे ,आज राजा रामआएंगे....
राहों में पलके बिछाएं हैं , आज सिया राम आएंगे!!
उर्मिला सिंह