Saturday 31 December 2022

नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन हो

अभिनंदन है अभिनंदन
 नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन है
 ऐसा तुम्हारा आगमन हो
 प्रति पल प्रति क्षण सुन्दर हो
 
 नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन हो
 
  स्वर्णिम सपनों की झंकार
धवल नवल किरणों का श्रृंगार
आशाओं के पंख पसारे....
 मन खुशियों के पांव पखारे
 
 नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन हो

   नई  पहल  नया  सृजन हो
   दुर्गम राहें पर सरल जीवन हो
   उम्मीदों का उजले उजले सपने  ....
   जीवन शाखों पर ऊर्जा हो।।
   
   नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन हो।

     विस्मृत हो कटु स्मृतियां
     विगत जीवन के पन्नों से
     महके वसुधा मुस्कानों से
     हो समाप्त सभी कुरीतियां
     मानव जीवन के प्रांगण से।।
     
     नव वर्ष तुम्हारा अभीनन्दन  हो।

     नव रस नव संदेश का हो आगाज
     नव विश्वास,नव पथ नव परवाज
     नव उत्साह,नव जोश रग रग में बहे
      राष्ट्र धर्म ,सासों का लक्ष्य रहे....।
     .
      नव वर्ष तुम्हारा  अभिनंदन हो।
      
      शुभकामनाएं... ..शुभकामनाएं...
      सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं
      देश का गौरव गान हर दिल में रहे.....
      क्षमा,दया ,करुणा से भरा हरदिल रहे

        नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन हो.....

                     उर्मिला सिंह
     
    

Monday 5 December 2022

ज्योति पुंज

सुनो ..ज्योति पुंज फिर प्रज्वलित होगा
 तम हारकर जीवन में विश्वास भरेगा...।।

    माना हिय में घनघोर अन्धेरा है
    सूरज पर बादल का पहरा है....
    पवन बहेगा बादल को छटना होगा
    प्राची से सूर्य रश्मियों को हँसना होगा।।

सुनो ..ज्योति पुंज फिर प्रज्वलित होगा....
 तम  हरकर जीवन में विश्वास भरेगा.....।।

   कटिले झाड़ राह तेरा रोकेंगे .....
   जख्मों को देकर ,दिल से खुश होंगे
   पर गुरुर टिका नही किसी का कभी....
   तेरे सत्य के आगे वह भी घुटने टेकेगा..।।
   
सुनो.. ज्योति पुंज फिर प्रज्वलित होगा...
तम हरकर जीवन में विश्वास भरेगा....।।

   सत्य सुचिता क्षमा ही सम्बल होगा
  दया धर्म करुणा राह तुझे दिखायेगा
   संस्कारों की कश्ती बंधी हुई तट पर.....
   आस्था,विश्वास,पथ तेरा अलंकृत करेगा...।।

     सुनो ज्योति पुंज फिर प्रज्वलित होगा....
      तम हरकर जीवन में विश्वास भरेगा.....।।

                   उर्मिला सिंह