खुशियाँ रंग बिरंगी होती हैं !
पंख फैलाये तितली सी आती हैं!
आँगन खुशियों से भर देती हैं!!
हाथो से फिसलती हैं जब ये !
गम के साये फैला जाती हैं !!
खुशियाँ रंग बिरंगी होती हैं!
इसकी फ़ितरत जाने न कोई ,
कभी जज्बातों से खेला करती !
कभी प्यार से बाहों में भर लेती!
रूप रंग पल पल बदला करती !!
खुशियाँ रंग बिरंगी होती हैं !!
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#उर्मिल
बेहद खूबसूरत रचना दी 👌👌👌
ReplyDeleteहार्दिक धन्य वाद अनुराधा जी
Deleteबहुत खूबसूरत भावाभिव्यक्ति ।
ReplyDeleteधन्य वाद मीना जी
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