Thursday 28 December 2023

कुछ मन के भाव....बस यूं ही...

बिखरे पन्नो पर स्याही शब्द हुवे सजल 

कोई  कहता कविता कोई कहता गजल ।।


लफ्जों की कमी है दर्दों का खज़ाना है 

दुनियां है बेमुरव्वत जिन्दगी फ़साना है।।

           उर्मिला सिंह

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