Sunday 26 September 2021

मन की बातें .......शब्दों के सहारे...

मन की बाते.. शब्दों के सहारे......
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राजनीति में कोई किसी का दोस्त नही होता है
हर  किसी में  अहंकार का तूफ़ान मचलता है
ये खेल राजनीति का चल रहा  सदियों से......   
पूज्य हैं जो,उनका गालियों से सम्मान होता है।।

कर दिया दफ़न ज़मीर को  नेता बन गये
प्रवचन देने लगे साधू फ़कीर महात्मा बन गये
चुनाव आते ही नेता जनता के इर्द- गिर्द घूमते
राष्ट्रभक्ति का राग गुंडे भी अलापने लग गये।।

सब्र बड़े सवाब का काम होता,हर पश्न का ज़वाब होता ,
हर काम का अन्दाज लगता,पर सब्र के सवाब का अंदाज नही होता ,
सब्र करने वालों पर प्रभु की रहमत बरसती....
सब्र श्रद्धा,भक्ति जीवन  का मूल मंत्र होता है।।

सत्य  ईश्वर से परिचित कराता ,सत्य जीवन को
खुशियों से भरता
सत्य शान्ति का पाठ पढ़ाये,सत्य वक्त का मरहम होता है।
सत्य पर अडिग रहो सत्य ही सही राह दिखाता
सत्य को भूलो नही सत्य ही ईश्वर सत्य ही ईमान होता।।
                
                   उर्मिला सिंह।










18 comments:

  1. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (28-9-21) को "आसमाँ चूम लेंगे हम"(चर्चा अंक 4201) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
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    कामिनी सिन्हा

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद कामनी जी हमारी रचना को ,चर्चा अंक में रखने के लिए।

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  2. जी नमस्ते,
    आपकी लिखी रचना मंगलवार २८ सितंबर २०२१ के लिए साझा की गयी है
    पांच लिंकों का आनंद पर...
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    सादर
    धन्यवाद।

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    1. स्वेता सिन्हा जी आभार आपका हमारी रचना को साझा करने के लिये।क्लिक

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    1. आभार आपका हरीश कुमार जी ।

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    1. हार्दिक धन्यवाद मान्यवर आपका।

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    1. शुक्रिया संदीप जी बहुत बहुत धन्यवाद।

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  6. सत्य ईश्वर से परिचित कराता ,सत्य जीवन को
    खुशियों से भरता
    सत्य शान्ति का पाठ पढ़ाये,सत्य वक्त का मरहम होता है।
    सत्य पर अडिग रहो सत्य ही सही राह दिखाता
    सत्य को भूलो नही सत्य ही ईश्वर सत्य ही ईमान होता
    बहुत सटीक... सत्य का बोध कराती लाजवाब कृति।
    वाह!!!

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    1. हार्दिक धन्यवाद सुधा जी आपकी शुभकामनाएं मिलती रहें।

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  7. सकारात्मक भावों को बढ़ाती सुंदर रचना ।

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    1. जिज्ञासा सिंह जी आप सभी के कमेंट से ही प्रेणना मिलती है कुछ लिखने की।

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  8. वाह!बहुत खूब दी 👌
    सादर

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    1. प्रिय बहन अनिता स्नेहिल धन्यवाद आप सबी की शुभ कामनाएं मिलती रहें धन्यवाद।

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  9. बहुत सुन्दर सृजन

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